वेलेंटाइन डे ...आता है तो आने दो!
वेलेंटाइन डे को हमने अपनी नजर से देखा....देखा क्या, कई दशकों से देखते आ रहे है!...आप भी खुली आँखों से देखते आ रहे होंगे...आप ने भी मजे लिए होंगे...हम भी तो बस मजे ही ले रहे है!... और हाल ही में लिए हुए एक ताजा मजे को आपके साथ बाँट कर अपनी खुशी में इजाफा करने जा रहे है....देखिए तो इससे आपकी खुशी में भी इजाफा होता है कि नहीं!
हमने एक पोस्ट नवभारत टाइम्स के ब्लॉग पोस्ट पर डाला है....क्यों कि वह पोस्ट हमारा ही होने की वजह से उसे यहाँ भी देने की जरुरत महसूस कर रहे है....ज़रा देखिए तो हमारी कथा नायिका नताशा वेलेंटाइन डे कैसे मनाती आ रही है!
http://readerblogs।navbharattimes.indiatimes.com/mujhekuchhkehnahai/entry/स-थ-क-ई-भ-ह-मतलब-त-व-ल-ट-इन-ड-मन-न-स-ह
वेलेंटाइन डे को हमने अपनी नजर से देखा....देखा क्या, कई दशकों से देखते आ रहे है!...आप भी खुली आँखों से देखते आ रहे होंगे...आप ने भी मजे लिए होंगे...हम भी तो बस मजे ही ले रहे है!... और हाल ही में लिए हुए एक ताजा मजे को आपके साथ बाँट कर अपनी खुशी में इजाफा करने जा रहे है....देखिए तो इससे आपकी खुशी में भी इजाफा होता है कि नहीं!
हमने एक पोस्ट नवभारत टाइम्स के ब्लॉग पोस्ट पर डाला है....क्यों कि वह पोस्ट हमारा ही होने की वजह से उसे यहाँ भी देने की जरुरत महसूस कर रहे है....ज़रा देखिए तो हमारी कथा नायिका नताशा वेलेंटाइन डे कैसे मनाती आ रही है!
http://readerblogs।navbharattimes.indiatimes.com/mujhekuchhkehnahai/entry/स-थ-क-ई-भ-ह-मतलब-त-व-ल-ट-इन-ड-मन-न-स-ह
14 comments:
शानदार जानदार पोस्ट .
..अब हम सोच रहे थे कि नताशा के घर जा कर उसके मम्मी-पापा से पूछा जाए कि...हर बार नए वेलेंटाइन के साथ वेलेंटाइन डे मनाना अगर गलत काम नहीं है...तो कृपया हमें समझाएं कि गलत काम कौनसे होते है और कौनसे नहीं होते!
अजी आप भी क्या अजीब बात करतीं हैं नित नूतन ही तो सौन्दर्य कहाता है .जैसे वृक्ष अपनी कोपलें बदल्तें हैं वैसे ही लडकियां अब वेलेंटाइन बदलतीं हैं .मियाँ बीवी राजी क्या करेगा काजी ?लिविंग टुगेदर का दौर है यह .
प्यार किया तो डरना क्या ....बी माई वेलेंटाइन .जी हाँ यही रवायत है आज प्रेम की .प्रोपोज करतें हैं अब संकोच नहीं करते ऐसा :'ये कहते वो कहते ,जो यार आता ,सब कहने की बातें हैं ,कुछ भी न कहा जाता ,जब यार आता 'अब तो सबसे पहले कहते ही यह हैं :वेलेंटाइन आई लव यु .
अभी देखते हैं अरुणा जी.
मेरे ब्लॉग पर आप आईं अच्छा लगा.
समय मिलने पर फिर से आईएगा.
'मेरी बात..' पर कुछ अपनी भी कहियेगा.
एक बात वेलेंताइनों से और: मोहब्बत में कोई मुसीबत नहीं है ,मुसीबत तो यह है मोहब्बत नहीं है .यहाँ लस्ट है .आंगिक दैहिक मुद्राओं का नित नूतन आकर्षण है .वक्त बदल गया है प्रेम का स्वरूप भी .
वाह!!!!!बहुत शानदार जानदार अच्छी प्रस्तुति, सुंदर रचना,....
MY NEW POST ...सम्बोधन...
'अच्छी पोस्ट .द्रुत टिपण्णी के लिए आपका आभार .पोस्ट .
aapki blog dastak ke lie aabhaar .ऐसी dastak aksar hauslaa बढ़ाती है .shukriyaa .
आपकी ब्लॉग उपस्थिति प्रेरक सिद्ध होती है .शुक्रिया
http://urvija.parikalpnaa.com/2012/02/blog-post_25.html
आपकी ब्लॉग उपस्थिति प्रेरक सिद्ध होती है .शुक्रिया
आपकी जानिब से कुछ नया प्रतीक्षित है .
आपकी ब्लॉग उपस्थिति प्रेरक सिद्ध होती है .शुक्रिया
आपकी जानिब से कुछ नया प्रतीक्षित है .
बुरा न मानो होली है ,रंगों की बरजोरी है ,
सखियों बीच ठिठोली है ,मस्तानों की टोली है ,
होली मुबारक .अबीर गुलाल मुबारक ,बरसाने का लठ्ठ मुबारक .
टिपण्णी दान महादान .अवसाद रोधी होतीं हैं टिप्पणियाँ .
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